


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 'इन्वेस्ट यूपी' की समीक्षा बैठक में सूबे को वैश्विक निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इस दौरान सीएम ने कहा कि, ‘इन्वेस्ट यूपी’ को एक ग्लोबल मॉडल निवेश प्रोत्साहन और फैसिलिटेशन एजेंसी के रूप में विकसित किया जाए। इसके लिए प्रत्येक सेक्टर में विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएं ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावी निवेश संवाद और समन्वय स्थापित हो सके।
निवेशकों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है
इस दौरान सूबे के मुखिया योगी ने साफ किया कि, निवेशकों की सुविधा और सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि, विभागीय प्रक्रियाओं को सरल किया जाए और स्वीकृतियों के लिए निवेशकों को विभागों के चक्कर न लगाने पड़ें। सीएम ने आगे यह भी कहा कि, समयबद्ध निर्णय की व्यवस्था सुनिश्चित हो और यदि निर्धारित समय में विभागीय निस्तारण न हो तो डीम्ड अनुमति की व्यवस्था लागू हो।
नई नीतियाँ शीघ्र घोषित करने के निर्देश दिए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि, 'इन्वेस्ट यूपी' की शासी निकाय की बैठक प्रत्येक छह माह में अनिवार्य रूप से आयोजित की जाए ताकि नीतिगत निर्णयों की समीक्षा होती रहे। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश की क्षमता के अनुरूप नए उभरते सेक्टरों जैसे ग्लोबल कैपेसिटी सेंटर, फिनटेक, बायोटेक, फुटवियर और लेदर तथा सेवा क्षेत्र के लिए नई नीतियाँ शीघ्र घोषित करने के निर्देश दिए।
आज यूपी निवेशकों की पहली पसंद
यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान यह भी कहा कि, औद्योगिक विकास के लिए भूमि की उपलब्धता महत्वपूर्ण है, अतः लैंडबैंक के विस्तार और भू-उपयोग परिवर्तन प्रक्रिया को सरल किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि, पीएम मोदी के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश आज निवेशकों की पहली पसंद बन चुका है और अब समय है कि इस सकारात्मक माहौल को एक नई ऊंचाई दी जाए।